Video-Transkription
तमाम सबूदों और गवाहों को मद्यनदर रखते हुए, कोड अंकुस को बाइज़्यत बरी कर दिया है। आखिरकार फिर एक बार प्यार की ही जीत हुई।
साल भार कैसे बिना तुहारा बीतल, आखिर ये सोन मुहावत ही जीतल।
जान हो जिल से रिहा होई गईनी, काटि के साजा।
ताए हो जन दुनिया के प्यार की देखावे, आजा से नूरा लगावे, आजा हो।
की एहो जन हमरा के अपन तुबानावे, आजा से नूरा लगावे, आजा हो।